अच्छा है तुम देवी बन मन्दिर में बैठी हो मंदिर के बाहर होती तो, तुम भी सुरक्षित ना रहती अच्छा है तुम देवी बन मन्दिर में बैठी हो मंदिर के बाहर होती तो, तुम भी सुरक्षि...
हे प्रकृति माता सत सत नमन !! हे प्रकृति माता सत सत नमन !!
पूर्णता प्राप्त करनी है तो रिश्ते की गरिमा रखना! पूर्णता प्राप्त करनी है तो रिश्ते की गरिमा रखना!
कहीं बदल न दी जाऊं मैं, सिलवट भरी चादर की भांति....! कहीं बदल न दी जाऊं मैं, सिलवट भरी चादर की भांति....!
दुर्गा, काली, सरस्वती का रूप कही जाती है। पर दुष्टों के दुष्कर्मों से कहां ये बच पाती दुर्गा, काली, सरस्वती का रूप कही जाती है। पर दुष्टों के दुष्कर्मों से कहां ये...
तू कल-कल करता पानी है, तू धरा की सिमटी माटी है, तू ही माथे की लाली है, तू कल-कल करता पानी है, तू धरा की सिमटी माटी है, तू ही माथे की लाली है,